रोहित शेट््टी द्वारा निर्देशित ’सिंघम’ (2011) में अजय देवगन के अपोजिट अपनी पहचान बनाने वाली काजल अग्रवाल का जन्म 19 जून, 1985 को एक पंजाबी परिवार में हुआ।
बचपन से काजल ने एक जर्नलिस्ट बनने का सपना संजो रखा था लेकिन काॅलेज के दिनों में शौकिया तौर पर माॅडलिंग शुरू क्या की, बहुत जल्दी माॅडलिंग में उनकी एक अलग पहचान स्थापित हो गई। माॅडलिंग करते हुए मन में कहीं एक्टिंग का शौक जागृत हुआ।
जब काजल को पता चला कि समीर कार्निक ’क्यों! हो गया न’ (2004) में ऐश्वर्या राय की फ्रेंड के किरदार के लिए किसी लड़की की तलाश कर रहे है, वह किस्मत आजमाने के इरादे से मुंबई आ गईं और इस तरह यह उनकी डेब्यू फिल्म बनी।
तेलुगु फिल्म ’लक्ष्मी कल्याणम’ (2007) के जरिए काजल अग्रवाल ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। इसमें उनके अपोजिट नंदमूरी कल्याण राम थे। हालांकि काजल की यह फिल्म कुछ खास नहीं कर सकी लेकिन उसी साल आई उनकी तेलुगु फिल्म ’चंदामामा’ (2007) अच्छी खासी सफल रही।
इसके बाद काजल अग्रवाल ने कई तमिल और तेलुगू फिल्में कीं। तेलुगू फिल्म ’मगधीरा’ (2007) ने बाॅक्स आॅफिस पर 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई की। इसके लिए काजल अग्रवाल को पहली बार तेलुगू फिल्म की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्राी के तौर पर फिल्मफेयर अवार्ड नाॅमिनेशन भी मिला। इस सफलता ने उन्हें साउथ फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित कर दिया।
काजल अग्रवाल अब तक तमिल और तेलुगू भाषी 40 से अधिक फिल्में कर चुकी हैं। ’सिंघम’ (2011) और ’स्पेशल 26’ (2013) जैसी फिल्मों के जरिये बाॅलीवुड में भी उनकी खास पहचान है। अजय देवगन के अपोजिट वाली ’सिंघम’ (2011) ने 140 करोड़ से अधिक की कमाई की थी। अक्षय कुमार के साथ वाली ’स्पेशल 26’ (2013) भी बाॅक्स आॅफिस पर जबर्दस्त हिट रही थी।
दीपक तिजोरी द्वारा निर्देशित ’दो लफ्जों की कहानी’ (2016) के बाद काजल अब तक बाॅलीवुड की किसी फिल्म में नजर नहीं आई हैं। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान फिल्म के को स्टार रणदीप हुडा ने काजल अग्रवाल को अचानक किस कर लिया था। उसके बाद से काजल अग्रवाल साउथ की फिल्मों में व्यस्त हैं। तमिल भाषा में बन रही ’पेरिस पेरिस’ और ’कोमाली’ के अलावा वह तेलुगू फिल्म ’राना रंगम’ कर रही हैं। काजल अग्रवाल का कहना है कि साउथ में अपनी व्यस्तता के चलते वह बाॅलीवुड फिल्मों के लिए वक्त नहीं निकाल पा रही हैं लेकिन इन दिनों वह कुछ बाॅलीवुड आॅफर्स पर भी विचार कर रही हैं। वह साउथ और बाॅलीवुड की फिल्मों में एक संतुलन बनाकर काम करना चाहती हैं।
*सुभाष शिरढोनकर (युवराज)