श्रीकृष्ण भक्त रोमीकृष्णा चावला ने हनीमनी में धर्मकर्म पर आधारित अनेक प्रेरक विचार प्रस्तुत किए थे.
पाप-पुण्य तो भीतर है…. में रोमी चावला ने लिखा था- अक्सर लोग दूसरों से जानना चाहते हैं कि क्या पाप है, क्या पुण्य है, जबकि सच्चाई तो यही है कि पाप-पुण्य तो हमारे भीतर ही बसता है!
किसी और से पूछने के बजाय यदि मन को टटोलेंगे तो वही बता देगा कि क्या सही है और क्या गलत है?
और अगर तब भी राह नजर नहीं आए, उजाला नहीं दिखाई दे, तो श्रीकृष्ण का स्मरण करें, उन्हें सच्चे मन से अनुरोध करें कि सही मार्ग दिखाएं, श्रीकृष्ण जरूर सही मार्ग दिखाएंगे!
स्मृति शेष….. श्रीकृष्ण भक्त रोमीकृष्णा चावला का रविवार, 26/7/2020 दोपहर मुंबई में निधन हो गया. ज्ञानप्रकाश चावला की धर्मपत्नी, युवराज चावला की माताश्री रोमी चावला का दोपहर एक बजे के करीब निधन हुआ. वे काफी समय से अस्वस्थ थीं.
Rishi Kapoor…. larger than life person!
Rishi Kapoor (Sep4, 1952 – Apr30, 2020) …Ohhhhh Chintuu…. This face always reminds me the era of our youth, through his Bollywood appearance. As a romantic star, trend icon, he was a complete Institution of his own era. He has given a lot cherish-able moments to the viewers of that era. Who can forget his crush on his teacher, Simi Grewal in Mera Naam Joker, A rock star in Hum Kisise Kum Naheen & Karz … Bobby, Khel Khel Mein, Laila Majnu, Kabhie Kabhie, Amar Akbar Anthony, Sargam, Naseeb, Prem Rog, Saagar, Nagina, Chandni, Henna, Deewana, Damini, Prem Granth etc, these are a few names which immediately appears on my tips.
Out of his 67yers, 65 years can be calculated as his career in Bollywood. Shree 420(1955) to Sharmaji Namkeen (2020, Amazingly a true larger than life person. …
“अंदर से कोई बाहर न जा सक, बाहर से कोई और न आ सके”. Lyrics of a song by Chintu that brought him fame and made him left from the same literal period of it . …
RIP Chintu sir !!! … : Cartoonist Shekhar Gurera 🙏
कार्टूनिस्ट चंद्रशेखर गुरेराः शौक जिसने शेखर को लोकप्रियता के शिखर तक पहुंचाया!
प्रदीप द्विवेदी. समसामयिक घटनाओं पर धारदार कार्टून बनाने के लिए प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट शेखर गुरेरा के स्कूल के जमाने के एक शौक ने उन्हें लोकप्रियता के शिखर तक पहुंचाया है!
उनका जन्म 30 अगस्त 1965 को पंजाब के मोगा में हुआ था. उन्होंने 1986 में पटियाला से विज्ञान में स्नातक डिग्री प्राप्त की और 1990 में नई दिल्ली के ललितकला यूनिवर्सिटी से एप्लाइड आर्ट्स में डिग्री प्राप्त की.
उन्होंने स्कूली शिक्षा के दौरान शौक से जो कार्टून बनाया था, वह पहला कार्टून वीर प्रताप अखबार में प्रकाशित हुआ था, तो वर्ष 1984 से पंजाब केसरी से उनकी कामयाबी का सफर शुरू हुआ.
इतने वर्षों में उनके अनेक कार्टून अंग्रेजी, हिन्दी और क्षेत्रीय भाषा के कई अखबारों- द पायनियर, पंजाब केसरी, नवोदय टाइम्स, हिंद समाचार आदि में प्रकाशित होते रहे हैं.
वर्ष 2019 के दौरान भी शेखर गुरेरा अपने धारदार कार्टूनों के कारण सालभर चर्चा में रहे. बेटी बचाओ, सीबीआई की भूमिका, चौकीदार, पीएम मोदी का इंटरव्यू, ईवीएम, सियासी जोड़तोड़, छोटा परिवार, जादू टोना, मंदी, फादर आफ इंडिया, स्वदेशी आंदोलन आदि चर्चित विषयों पर उनके कार्टून लाजवाब रहे!
* शेखर गुरेरा के वर्ष 2019 के लोकप्रिय कार्टून देखें….
shekhargurera.com/?fbclid=IwAR2vsGRNvAvWRRjXVzYdP4gb5zbeFdWvXAgFxJPBVxdbEEFhl1iv-UooSMI