प्रदीप द्विवेदी (WhatsApp 8875530336). इन दिनों राजस्थान और एमपी में नई फिल्म नीति की खासी चर्चा है, जिसका मकसद है यहां फिल्म निर्माण की गतिविधियां बढ़ाना और प्रदेश को ग्लैमर वल्र्ड का केन्द्र बनाना.
जहां मध्यप्रदेश में फिल्म पर्यटन नीति- 2020 को लागू किया गया है, वहीं राजस्थान में फिल्म नीति की तैयारियां चल रही हैं.
इससे पहले राजस्थान दिवस के अवसर पर कला संस्कृति विभाग एवं राजस्थानी सिनेमा विकास संघ की ओर से राजस्थानी सिनेमा महोत्सव का आयोजन 25 से 27 मार्च 2020 तक जवाहर कला केन्द्र में होने जा रहा है.
यहां के फिल्मकार चाहते हैं कि राजस्थानी फिल्मों के लिए भी बेहतर नीति बने और यहां भी गुजरात, महाराष्ट्र जैसे राज्यों की तरह सरकारी सहयोग-संरक्षण मिले.
इस बीच यह चर्चा भी है कि फिल्म नीति को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए सुपर स्टार गोविंदा को ब्रांड एंबेसडर बनाया जा सकता है. इसकी खास वजह यह है कि प्रदेश वे काफी लोकप्रिय तो हैं ही, कांग्रेस से उनकी करीबी भी है.
याद रहे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ समय पहले अपने निवास पर राजस्थानी सिनेमा महोत्सव के ब्रोशर का विमोचन किया था.
इस मौके पर संघ की ओर से गुजरात की तर्ज पर राजस्थानी फिल्मों की पॉलिसी बनाने के लिए गुजरात सरकार की अधिसूचना की गुजराती और हिंदी वर्जन की प्रतियों के साथ मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा था.
राजस्थानी सिनेमा विकास संघ के अध्यक्ष शिवराज गुर्जर का कहना है कि राजस्थानी फिल्में अनेक समस्याओं का सामना कर रहीं है, बावजूद इसके फिल्मकार हिम्मत नहीं हारे हैं, सरकार यदि कुछ सुविधाएं प्रदान करे तो राजस्थानी सिनेमा के अच्छे दिन आ सकते हैं!